
निवेश की दुनिया में सुरक्षित और सुनिश्चित रिटर्न चाहने वालों के लिए पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना (Post Office Monthly Income Scheme – POMIS) एक शानदार विकल्प के रूप में सामने आती है। इस योजना में केवल एक बार ₹1.2 लाख का निवेश करके आप हर महीने नियमित आय प्राप्त कर सकते हैं, जिससे आपकी वित्तीय स्थिरता बनी रह सकती है। खास बात यह है कि यह योजना सरकारी गारंटी के साथ आती है, जिससे यह पूरी तरह से सुरक्षित और भरोसेमंद बन जाती है।
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योजना की विशेषताएं और निवेश सीमा
POMIS की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें एकमुश्त राशि निवेश करके हर महीने ब्याज के रूप में आय प्राप्त होती है। इस योजना में सिंगल अकाउंट के तहत अधिकतम ₹9 लाख और जॉइंट अकाउंट के अंतर्गत ₹15 लाख तक निवेश की अनुमति है। न्यूनतम निवेश ₹1,000 है, जिससे आम नागरिक भी इसका लाभ ले सकते हैं।
ब्याज दर और मासिक आय की गणना
वर्तमान में पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना पर 7.4% की वार्षिक ब्याज दर लागू है। इसका सीधा अर्थ है कि यदि आप ₹1.2 लाख का निवेश करते हैं, तो आपको साल भर में ₹8,880 ब्याज मिलेगा। इसे 12 महीनों में बांटा जाए तो यह करीब ₹740 प्रति माह की आय बनती है। हालांकि, यदि आप हर महीने ₹1,000 कमाना चाहते हैं तो आपको लगभग ₹1.62 लाख निवेश करना होगा।
किसके लिए है ये योजना?
यह योजना खास तौर पर उन लोगों के लिए है जो बिना किसी जोखिम के निश्चित रिटर्न चाहते हैं। रिटायर्ड व्यक्ति, गृहिणियाँ, सैलरीड प्रोफेशनल्स या वे लोग जो Fixed Income स्रोत की तलाश में हैं, उनके लिए यह स्कीम एक आदर्श विकल्प है। यह बाजार आधारित योजनाओं की तुलना में बेहद स्थिर और तनावमुक्त है।
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अन्य योजनाओं की तुलना में फायदे
बाजार में Recurring Deposit (RD), Fixed Deposit (FD) या Mutual Funds जैसे कई विकल्प मौजूद हैं, लेकिन POMIS इन सभी में सबसे सुरक्षित विकल्प माना जाता है क्योंकि इसमें रिटर्न सरकार द्वारा सुनिश्चित होता है। हालांकि, जो लोग उच्च रिटर्न चाहते हैं, वे रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) सेक्टर की कंपनियों के IPO में निवेश की ओर भी रुख कर सकते हैं, लेकिन वहां जोखिम का स्तर अधिक होता है।
कर लाभ और मैच्योरिटी
इस योजना की अवधि 5 साल है, जिसके बाद आप मूलधन निकाल सकते हैं या पुनः निवेश कर सकते हैं। हालांकि, इस योजना के अंतर्गत धारा 80C के तहत कोई टैक्स लाभ नहीं मिलता, और मासिक ब्याज को आपकी कुल आय में जोड़कर टैक्स योग्य माना जाता है। फिर भी इसकी स्थिरता इसे कर लाभ के अभाव में भी आकर्षक बनाती है।
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