फ्रिज वाला या मटका पानी? गर्मी में कौन है सेहत के लिए सही? जानिए

गर्मियों में ठंडा पानी किसी राहत से कम नहीं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि फ्रिज का बर्फ जैसा पानी आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है? वहीं मिट्टी के मटके का पानी बिना बिजली, बिना केमिकल्स के आपको दे सकता है हेल्दी ठंडक! जानिए कौन है बेहतर—Fridge या Earthen Pot Water

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फ्रिज वाला या मटका पानी? गर्मी में कौन है सेहत के लिए सही? जानिए
फ्रिज वाला या मटका पानी? गर्मी में कौन है सेहत के लिए सही? जानिए

गर्मी के मौसम में जब चिलचिलाती धूप और उमस से हर कोई परेशान होता है, तो ठंडा पानी किसी अमृत से कम नहीं लगता। ऐसे में लोग या तो Fridge का सहारा लेते हैं या फिर पारंपरिक Earthen Pot यानी मिट्टी के मटके का। एक तरफ जहां फ्रिज का पानी बेहद ठंडा होता है, वहीं मटके का पानी नेचुरल ठंडक और मिट्टी की सौंधी खुशबू के साथ आता है। इस लेख में हम जानेंगे कि Fridge और Earthen Pot Water में से कौन-सा बेहतर है, और किसके क्या फायदे-नुकसान हैं।

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ठंडक का अंतर: कौन देता है ज्यादा ठंडक?

Fridge में रखा पानी आमतौर पर 5 से 8 डिग्री सेल्सियस तक ठंडा होता है। यह तापमान शरीर के सामान्य तापमान से बहुत कम होता है, जो कई बार गले में खराश, टॉन्सिल, सर्दी-जुकाम और पाचन तंत्र में गड़बड़ी का कारण बन सकता है। इसके विपरीत मटके का पानी 15 से 20 डिग्री सेल्सियस तक ठंडा होता है, जो शरीर की गर्मी को धीरे-धीरे संतुलित करता है। मटका शरीर के लिए अधिक अनुकूल तापमान पर पानी प्रदान करता है।

हेल्थ इम्पैक्ट: सेहत के लिए कौन है सुरक्षित?

Fridge का पानी अत्यधिक ठंडा होने के कारण मेटाबॉलिज्म को स्लो कर देता है और डाइजेशन की प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह नुकसानदायक साबित हो सकता है। दूसरी ओर, Earthen Pot Water में मिट्टी के प्राकृतिक मिनरल्स होते हैं जो शरीर को डिटॉक्स करने में सहायक होते हैं। यह पानी पीने से न केवल शरीर को ठंडक मिलती है, बल्कि पाचन क्रिया भी बेहतर बनी रहती है।

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एनवायरनमेंट और ऊर्जा खपत: कौन है इको-फ्रेंडली?

Fridge बिजली से चलता है, जिससे ना सिर्फ बिजली की खपत होती है बल्कि पर्यावरण पर भी इसका प्रभाव पड़ता है। लगातार चलने वाला फ्रिज कार्बन उत्सर्जन (Carbon Emission) में इजाफा करता है। वहीं मटका पूरी तरह से इको-फ्रेंडली (Eco-Friendly) विकल्प है। न इसमें बिजली की जरूरत होती है, न ही किसी केमिकल का प्रयोग किया जाता है। यह रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) की दिशा में एक सरल लेकिन प्रभावी कदम हो सकता है।

लागत और रखरखाव: कौन है बजट फ्रेंडली?

Fridge एक बार खरीदने पर महंगा पड़ता है और उसके साथ बिजली का बिल, मेंटेनेंस और समय-समय पर सफाई की जिम्मेदारी भी आती है। इसके विपरीत मटका कम कीमत में आसानी से मिल जाता है और इसे रखना व साफ करना भी बेहद आसान होता है। अगर आप बजट में रहकर सेहत और सुविधा चाहते हैं, तो मटका एक बेहतरीन विकल्प है।

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टेस्ट और अनुभव: किसका पानी लगता है ताजगी भरा?

Fridge का पानी सामान्य टेस्ट वाला होता है, लेकिन अगर प्लास्टिक की बोतलों में स्टोर किया गया हो तो टेस्ट पर नेगेटिव असर पड़ सकता है। दूसरी ओर, मटके के पानी में मिट्टी की सौंधी खुशबू और प्राकृतिक स्वाद होता है, जो न केवल ताजगी देता है बल्कि मन को भी शांत करता है। गर्मियों में यह स्वाद एक अलग ही सुकून देता है।

निष्कर्ष: कौन है बेहतर विकल्प?

Fridge और Earthen Pot Water दोनों के अपने फायदे और नुकसान हैं, लेकिन अगर बात करें हेल्थ, एनवायरनमेंट और कोस्ट की, तो मटका ज्यादा फायदेमंद साबित होता है। यह न केवल शरीर को प्राकृतिक रूप से ठंडक देता है, बल्कि बिना किसी ऊर्जा खर्च और केमिकल के उपयोग के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखता है।

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