
फैंटेसी स्पोर्ट्स ऐप Dream11 के करोड़ों यूजर्स के लिए एक बड़ा झटका सामने आया है। भारत में लोकप्रिय इस ऐप पर अब टीम बनाने की सुविधा को लेकर गंभीर बदलाव देखने को मिल रहे हैं। दरअसल, सरकार द्वारा जारी नई गाइडलाइंस और कुछ राज्यों में फैंटेसी गेम्स पर बैन के चलते Dream11 यूजर्स को अब पहले जैसी सुविधा नहीं मिलेगी। यह खबर खासकर उन लोगों के लिए मायने रखती है जो क्रिकेट, फुटबॉल, कबड्डी जैसे खेलों में Dream11 के जरिए अपनी टीम बनाकर पैसा कमाने की उम्मीद रखते हैं।
Dream11 पर क्यों लगा बैन?
Dream11 पर टीम बनाने की सुविधा को बंद किए जाने का मुख्य कारण कुछ राज्यों में इस प्लेटफॉर्म को ‘सट्टा’ की श्रेणी में रखा जाना है। हाल ही में कई राज्य सरकारों ने फैंटेसी स्पोर्ट्स को लेकर सख्ती दिखाई है। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और केरल जैसे राज्यों में इन ऐप्स पर पहले से ही प्रतिबंध था। अब कुछ और राज्यों ने भी इस दिशा में कदम उठाए हैं जिससे Dream11 ने अपनी सेवाएं सीमित करनी शुरू कर दी हैं।
राज्यों की सख्ती बनी वजह
Dream11 जैसे फैंटेसी प्लेटफॉर्म को लेकर राज्यों की चिंता यह है कि यह गेम कौशल पर आधारित होने की बजाय किस्मत पर आधारित है, जो इसे जुए की श्रेणी में ला देता है। खासकर युवा वर्ग में इसकी बढ़ती लत और वित्तीय नुकसान की खबरों ने सरकारों को सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर किया है।
हालांकि, Dream11 का दावा है कि यह एक Skill-Based गेम है, लेकिन कुछ राज्यों ने इसे Gambling यानी सट्टेबाजी का रूप मानते हुए इसे अवैध करार दिया है। इसके चलते Dream11 को इन राज्यों में अपनी सेवाएं रोकनी पड़ी हैं।
Supreme Court का रुख
Supreme Court ने पहले कई बार कहा है कि फैंटेसी गेम्स को पूरी तरह से बैन नहीं किया जा सकता क्योंकि ये खेल कौशल पर आधारित होते हैं। लेकिन राज्यों के पास यह अधिकार होता है कि वे अपने यहां किसी भी एक्टिविटी को अनुमति दें या नहीं। यही वजह है कि कुछ राज्य Dream11 को पूरी तरह बैन करने में सक्षम हो पाए हैं।
कौन-कौन से राज्य हुए प्रभावित
Dream11 पर टीम बनाने की सुविधा अब देश के कई राज्यों में बंद हो चुकी है। जिन प्रमुख राज्यों में इसका असर देखने को मिला है, उनमें शामिल हैं:
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- ओडिशा
- असम
- केरल
- नागालैंड
इन राज्यों में Dream11 की सेवाएं पूरी तरह या आंशिक रूप से बंद की जा चुकी हैं।
यूजर्स को कैसे होगा नुकसान
Dream11 पर टीम न बना पाने से सबसे ज्यादा नुकसान उन यूजर्स को होगा जो इसमें प्रोफेशनल तरीके से हिस्सा लेते थे। कई लोग इसे पार्ट टाइम इनकम का जरिया बना चुके थे। खासकर क्रिकेट सीजन के दौरान Dream11 पर करोड़ों का ट्रांजैक्शन होता है।
अब जब इन राज्यों में यह सुविधा बंद हो गई है, तो वहां के यूजर्स इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। इससे उनके लिए न केवल इनकम का एक रास्ता बंद हो गया है, बल्कि उनके डिजिटल एंटरटेनमेंट का एक बड़ा साधन भी खत्म हो गया है।
Dream11 की प्रतिक्रिया
Dream11 की ओर से कहा गया है कि वे देश के कानून का पालन करते हैं और जहां-जहां फैंटेसी स्पोर्ट्स को लेकर नियम स्पष्ट नहीं हैं, वहां सेवाएं देने से बचते हैं। कंपनी का कहना है कि वे कानूनी सलाहकारों की मदद से हर राज्य के कानून का विश्लेषण कर रही है और जहां संभव होगा वहां सेवाएं फिर से बहाल करने की कोशिश की जाएगी।
भविष्य में क्या हो सकता है?
फिलहाल Dream11 ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि यह प्रतिबंध स्थायी है या अस्थायी। लेकिन संभावना यही है कि जब तक राज्य सरकारें स्पष्ट गाइडलाइंस नहीं देतीं, तब तक फैंटेसी स्पोर्ट्स पर यह रोक बनी रहेगी।
इस पूरे विवाद का असर बाकी फैंटेसी ऐप्स जैसे My11Circle, MPL और Gamezy पर भी पड़ सकता है। अगर एक राज्य में Dream11 पर बैन लगा है तो संभव है कि अन्य ऐप्स पर भी कार्रवाई हो।
क्या फैंटेसी स्पोर्ट्स का भविष्य खतरे में है?
फिलहाल, फैंटेसी स्पोर्ट्स का बाजार भारत में बहुत बड़ा है। Dream11 ने पिछले कुछ वर्षों में IPL और अन्य क्रिकेट टूर्नामेंट्स के दौरान भारी लोकप्रियता हासिल की है। हालांकि, अगर राज्यों की यही स्थिति बनी रही, तो इस सेक्टर में निवेश और विस्तार पर असर पड़ सकता है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि सरकार को चाहिए कि वह फैंटेसी स्पोर्ट्स को लेकर एक स्पष्ट नीति बनाए ताकि निवेशक, यूजर्स और कंपनियां सभी यह जान सकें कि किस दिशा में आगे बढ़ना है।