
प्रवेश एवं फीस विनियामक समिति (एएफआरसी) ने बीसीआई और एनसीटीई से जुड़े 63 पाठ्यक्रमों की फीस को अंतिम रूप दे दिया है। यह नई फीस संरचना सत्र 2025-26, 2026-27 और 2027-28 के लिए लागू की गई है। इसमें एलएलबी (LLB), एलएलएम (LLM), बीएएलएलबी (BALLB), बीबीएएलएलबी (BBALLB), बीएड (B.Ed), बीपीएड (B.P.Ed) और एमपीएड (M.P.Ed) जैसे कोर्स शामिल हैं। समिति ने इन कॉलेजों की सूची अपनी वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दी है, जिससे विद्यार्थी समय पर उचित निर्णय ले सकें।
राज्य के 1200 कॉलेजों की फीस निर्धारण प्रक्रिया जारी
एएफआरसी को राज्य के 1200 कॉलेजों की फीस तय करने का कार्य सौंपा गया है। चूंकि उच्च शिक्षा विभाग अगले महीने से काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है, इसलिए समिति ने बीसीआई और एनसीटीई से संबंधित कोर्स की फीस तय करने को प्राथमिकता दी है। अगले सप्ताह 40 और कॉलेजों की फीस निर्धारित करने की योजना बनाई गई है।
बीएड, एलएलबी और एलएलएम की न्यूनतम और अधिकतम फीस का निर्धारण
ओएसडी देव आनंद हिंडोलिया के अनुसार बीएड (B.Ed) कोर्स के लिए न्यूनतम फीस 32,000 रुपये और अधिकतम 45,000 रुपये सालाना तय की गई है। एलएलबी (LLB) और बीएएलएलबी (BALLB) कोर्स की फीस 23,000 से 30,000 रुपये प्रति वर्ष रखी गई है। वहीं एलएलएम (LLM) पाठ्यक्रम के लिए फीस सीमा 28,500 से 45,000 रुपये सालाना के बीच निर्धारित की गई है। यह संरचना छात्रों को शिक्षा का बेहतर मूल्य देने के उद्देश्य से तैयार की गई है।
कॉलेजों की फीस वृद्धि की मांग पर रोक
कई कॉलेजों ने फीस में बढ़ोतरी की मांग की थी, लेकिन समिति द्वारा उनके वित्तीय दस्तावेजों की जांच में पाया गया कि वे अपनी बैलेंस शीट में अपेक्षित खर्च दिखाने में विफल रहे। नतीजतन, अधिकांश कॉलेजों को पूर्व में निर्धारित फीस ढांचे से संतोष करना पड़ा। केवल उन कॉलेजों को मामूली बढ़ोतरी मिली जो सुविधाओं में वास्तविक सुधार दिखा सके।
प्रोफेशनल कोर्सेस की फीस निर्धारण की तैयारी
एएफआरसी अब प्रोफेशनल कोर्सेज जैसे इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, आर्किटेक्चर, होटल मैनेजमेंट, नर्सिंग, विधि, बीएड और मेडिकल कोर्स की फीस निर्धारण की दिशा में आगे बढ़ रही है। इसके लिए कॉलेजों को 30 अप्रैल तक बैलेंस शीट और शुल्क प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे पहले 31 मार्च तक का समय दिया गया था, लेकिन संतोषजनक दस्तावेज नहीं मिलने के कारण समयसीमा बढ़ानी पड़ी। अब समिति समयबद्ध तरीके से इस कार्य को पूरा करना चाहती है।